शिमला । राजवीर दीक्षित
(Exodus of IAS Officers: Himachal Pradesh Grapples with Senior Officials Leaving) सुक्खू सरकार की दहशत प्रदेश के अफसरशाही पर भारी है। वरिष्ठ आईएएस की कमी से जूझ रहे हिमाचल प्रदेश में अब और 8 आईएएस अधिकारी प्रदेश छोड़ने को तैयार हैं।
इस क्रम में 3 वरिष्ठ आईएएस अमनदीप गर्ग, शैनोमोल और मनीष गर्ग ने लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव से पहले ही प्रदेश सरकार से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने की अनुमति मांगी थी।
लेकिन अब 4 अन्य आईएएस रोहन चंद ठाकुर, मानसी सहाय, प्रियतु मंडल और अरिंदम चौधरी ने भी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने के लिए आवेदन दे दिया है। 2014 बैच के आईएएस आशुतोष गर्ग को केंद्रीय कार्मिक विभाग ने 2 दिन पहले ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा का निजी सचिव नियुक्त किया है।
जाहिर है कि इन सभी के जाने के बाद सुक्खू सरकार की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। मौजूदा सरकार के कार्यकाल में 7 आईएएस पहले ही प्रदेश छोड़कर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जा चुके हैं। 8 और जाने की तैयारी में हैं। करीब 8 आईएएस पहले ही केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं।
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इस मामले में हिमाचल के सीनियर एवं रिटायर आईएस तरुण श्रीधर ने बताया IAS, IPS और IFS ऑल इंडिया सर्विस है। ऐसे में इनसे उम्मीद की जाती है कि सेंटर और स्टेट दोनों जगह काम करे। उन्होंने बताया कि कई बार सेंटर डेपुटेशन के निजी कारण भी हो सकते हैं और कई बार प्रोफेशनल रीजन भी हो सकते हैं। दिल्ली जाने व दिल्ली से आने में कोई गलत बात नहीं है।
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हिमाचल कॉडर के वरिष्ठ आईएएस अली रजा रिजवी, के. संजय मूर्ति, केके पंत, अनुराधा ठाकुर, भरत खेड़ा, डॉ. रजनीश, शुभाशीष पांडा, पुष्पेंद्र राजपूत, आर. सेलवम, रितेश चौहान, ऋगवेद ठाकुर, ललित जैन, देवश्वेता बनिक और पंकज राय सेंटर डेपुटेशन पर हैं। नंदिता गुप्ता और मीरा मोहंती भी इन दिनों दिल्ली में तैनात हैं।
हिमाचल कैडर के 3 सीनियर आईएएस इसी साल रिटायर होंगे। इनमें केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चल रहे अली रजा रिजवी जुलाई 2023, प्रदेश में सलाहकार निशा सिंह नवंबर 2024 और सेंटर डेपुटेशन में चल रहे के. संजय मूर्ति दिसंबर में रिटायर होने जा रहे हैं।
मिली जानकारी में हिमाचल में IAS की सेंक्शन-स्ट्रेंथ 153 की है। अभी 111 राज्य में सेवाएं दे रहे हैं। 8 IAS अधिकारियों के जाने के बाद यह 103 रह जाएगी। इससे अफसरशाही का संकट प्रदेश में और गहरा हो जाएगा।