चंडीगढ़ । राजवीर दीक्षित
(Punjab Vigilance Bureau Busts Corruption) पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने रिश्वतखोरी के दो अलग-अलग मामलों में माल पटवारी एवं फायर अधिकारी को रंगे हाथों काबू किया है।
पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने माल पटवारी अमरीक सिंह को 5000 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों काबू किया है। विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त माल पटवारी को संगरूर जिले के गांव बल्लरां निवासी वकील सिंह की शिकायत के आधार पर काबू किया गया है।
➡️ देखें Video: पंजाब के पुर्व कैबिनेट मंत्री मदन मोहन मित्तल ने 3 घन्टे तक थाना में बैठ कर सुलझाया मामला, जाने सारी जानकारी।
शिकायतकर्ता ने अपनी जमीन के इंतकाल के लिए आवेदन किया था लेकिन उक्त पटवारी उससे काम के बदले 15000 रुपए की रिश्वत मांग रहा था और सौदा 10000 रुपए में तय हुआ था।
कथित आरोपी ने 5000 रुपए पहले ही ले लिए थे और बाकी रिश्वत की मांग कर रहा था। विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने उक्त पटवारी को दो सरकारी गवाहों की मौजूदगी में शिकायतकर्ता से 5,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू कर लिया गया।
40,000 रिश्वत लेते फायर अधिकारी काबू
पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने एक अन्य मामले में फायर अधिकारी बरनाला तरसेम सिंह को 40,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू किया है।
विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त आरोपी को शिकायतकर्ता हरदेव सिंह निवासी गांव झाड़ों, तहसील सुनाम जिला संगरूर की शिकायत के आधार पर काबू किया गया है।
शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने अनाज मंडी बरनाला के सामने होटल बनाने के लिए एक प्लाट खरीदा है। जबकि आरोपी फायर विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) जारी करने की एवज में 50,000 रुपये की रिश्वत मांग रहा था और बाद में सौदा 40,000 रुपये में तय हुआ।
इस उपरांत विजिलेंस ब्यूरो ने ट्रेप लगा कर उक्त फायर अधिकारी को शिकायतकर्ता से 40,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों काबू कर लिया। उक्त दोनों आरोपियों के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो के भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।