चंडीगढ़ । राजवीर दीक्षित
(Punjab’s Anganwadi Workers Demand Smartphones Amid New Reporting Mandate) सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग, पंजाब ने पूरे पंजाब में आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यरत आंगनबाड़ी वर्करों को आंगनबाड़ी केंद्रों में आने वाले बच्चों को दिए जाने वाले भोजन और उनकी उपस्थिति के बारे में मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से दैनिक अपडेट देने के आदेश जारी किए हैं। विभाग द्वारा जारी किए गए आदेशों का आंगनबाड़ी यूनियन द्वारा विरोध किया जा रहा है।
आंगनबाड़ी यूनियन की वरिष्ठ नेता लीलावंती ने बताया कि केंद्र सरकार की आईसीडीएस योजना के तहत सामाजिक सुरक्षा महिला बाल विकास पंजाब द्वारा राज्य भर में आंगनबाड़ी केंद्र चलाए जा रहे हैं। इन केंद्रों में होने वाले कार्यों और गतिविधियों के बारे में उच्च अधिकारियों द्वारा मोबाइल एप्लीकेशन पर अपलोड करने के निर्देश दिए गए हैं, लेकिन सरकार ने आंगनबाड़ी वर्करों को स्मार्टफोन उपलब्ध नहीं करवाए हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा 2012 में गठित कमेटी ने सिफारिश की थी कि पूरे देश में आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यरत वर्करों को स्मार्ट फोन दिए जाएं ताकि उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों के साथ-साथ रिपोर्ट भी ली जा सके।
उन्होंने कहा कि समिति की सिफारिश के बाद केंद्र सरकार ने 2013 में देशभर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्ट फोन देने की घोषणा की थी।
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उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्यों पंजाब में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को राज्य सरकारों की ओर से स्मार्ट फोन उपलब्ध करवाए गए हैं, लेकिन पंजाब में राज्य सरकार की ओर से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्ट फोन उपलब्ध नहीं करवाए गए हैं। जबकि इस संबंध में केंद्र सरकार की ओर से नियमित बजट भेजा जाता था।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता लीलावंती का कहना है कि पिछले 10 सालों में सिर्फ एक बार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 1 हजार रुपये का मोबाइल भत्ता दिया गया था। तब से लेकर अब तक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को न तो मोबाइल भत्ता दिया गया है और न ही स्मार्ट फोन।
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उन्होंने कहा कि अब सरकार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर लगातार दबाव बना रही है कि वे स्मार्ट फोन का इस्तेमाल कर अपने दिनभर के कामकाज को मोबाइल ऐप पर उपलब्ध करवाएं।
उन्होंने कहा कि पंजाब भर में 27 हजार से अधिक आंगनबाड़ी केंद्र हैं, जिनकी वर्करों को आंगनबाड़ी में आने वाले बच्चों की जानकारी, उनके खाने-पीने की जानकारी और रोजाना की फोटो स्मार्ट फोन के जरिए भेजने के निर्देश दिए गए हैं।
आंगनबाड़ी वर्कर ने कहा कि अब जब सभी आंगनबाड़ी वर्करों के पास स्मार्टफोन ही उपलब्ध नहीं है, तो वे यह प्रक्रिया कैसे पूरी करेंगी।
उन्होंने सरकार से मांग की कि आंगनबाड़ी केंद्रों में काम करने वाली वर्करों को जल्द से जल्द स्मार्ट फोन उपलब्ध करवाए जाएं।