कंडक्टर से पिटाई का मामला पड़ गया भारी, माफी मांगने के अलावा लाखों का जुर्माना, जानें पूरा मामला

नंगल । श्री आनंदपुर साहिब । राजवीर दीक्षित

( Punjab Roadways Union Strikes Back After Conductor’s Brutal Beating) बीते दिनीं श्री आनंदपुर साहिब के गांव ढेर में पंजाब रोडवेज के नंगल डिपो के कंडक्टर की पिटाई को लेकर रोडवेज यूनियन ने नंगल डिपो में हड़ताल कर दी थी। इस मामले को जल्द से जल्द सुलझाने के लिए पुलिस प्रशासन पिछले तीन दिनों से जुटा हुआ था।

सुबह से ही आनंदपुर साहिब थाना प्रमुख और नंगल थाना प्रमुख के साथ आज दिनभर रोडवेज जीएम के साथ कई बैठकें हुईं और देर शाम लिए गए फैसले के दौरान कंडक्टर की पिटाई करने वाले शरारती तत्वों ने डिपो में जाकर माफी मांगी।

साथ ही तीन दिन तक बसों का संचालन न होने से रोडवेज को हुए आर्थिक नुकसान की भरपाई भी इन शरारती तत्वों और ग्रामीणों से की जाएगी।

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उल्लेखनीय है कि पंजाब रोडवेज की बस रोपड़ से नंगल जा रही थी तो सुबह करीब साढ़े आठ बजे नंगल श्री आनंदपुर साहिब राष्ट्रीय राजमार्ग व गांव ढेर के पास कुछ शरारती तत्व बस में चढ़ गए और उन्होंने बस कंडक्टर मनप्रीत सिंह को बस से उतारकर बुरी तरह से पीटना शुरू कर दिया।

इन शरारती तत्वों का कहना था कि उक्त बस के कंडक्टर ने एक लडक़ी के साथ बदतमीजी की थी, जिसके लिए उसकी पिटाई की गई, लेकिन मामला कुछ और था।

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अस्पताल में दाखिल कंडक्टर मनप्रीत सिंह ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को नकारते हुए कहा कि गांव भनुपली व ढेर से कुछ यात्री श्री आनंदपुर साहिब जाते हैं और कुछ किलोमीटर रास्ता होने के चलते उन्हें कहा गया कि उनकी बस के बाद जो बस आएगी, आप उसमें बैठ जाया करें। क्योंकि हमें लंबा रूट तय करना होता है, बस इतनी सी बात पर उन्होंने मेरे साथ मारपीट शुरू कर दी।

उधर, कंडक्टर की पिटाई से नंगल डिपो यूनियन भडक़ गई और पुलिस को अल्टीमेटम दिया कि उचित कार्रवाई की जाए, नहीं तो हड़ताल की जाएगी। इस दौरान पंजाब रोडवेज की बसें न चलाने का आह्वान किया गया। मामला सुलझता न देख आज रोडवेज के 4 अलग-अलग डिपो से दर्जनों सदस्य नंगल पहुंचे और कहा कि अगर मामला नहीं सुलझता तो पूरे पंजाब में बसें न चलाने का आह्वान पंजाब के 29 डिपो में किया जाएगा।

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मामला लगातार बढ़ता देख पुलिस प्रशासन इस मामले को जल्दी सुलझाना चाहता था। यहां यह भी बताना जरूरी है कि नंगल डिपो में करीब 60 बसें हैं, जो रोजाना करीब 18 हजार किलोमीटर का सफर तय करती हैं। जिनकी रोजाना की नकद कमाई करीब साढ़े सात लाख रुपये होती थी, बाद में आधार कार्ड पर सरकार द्वारा भेजी गई रकम अलग से घाटे में चली गई है।

अनुमान लगाया जा रहा है कि डिपो को तीन दिन में करीब साढ़े 22 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। देहरादून, हरिद्वार लंबे रूट की बसों को हर दिन करीब 2800 रुपये टैक्स का नुकसान हो रहा है। मामला काफी हद तक सुलझता नजर आ रहा था, लेकिन विभाग को हुए नुकसान की भरपाई का मामला देर शाम तक लटका रहा, लेकिन ग्रामीणों ने मुआवजा देने पर सहमति जताई और दूसरे पक्ष ने कंडक्टर की पिटाई के लिए पूरी यूनियन से लिखित में माफी मांगी।

पूरा मामला सुलझने के बाद नंगल डिपो की हड़ताल समाप्त कर दी गई और बसें फिर से अपने-अपने रूटों पर चलने लगीं।