हथियार बरामदगी के दौरान पुलिस व बदमाशों के बीच क्रॉस फायरिंग, 2 बदमाशों के पैर में गोली लगी; जर्मन-चीनी पिस्टल बरामद

जालंधर । राजवीर दीक्षित

(Gunfire Erupts in Jalandhar: Police Clash with Lawrence Bishnoi Gang Members) पंजाब के जालंधर में पुलिस और गैंगस्टर लॉरेंस के गुर्गों के बीच उस समय जबरदस्त मुठभेड़ हो गई, जब पहले से गिरफ्तार आरोपियों को हथियारों की बरामदगी के लिए किसी स्थान पर पहुंची थी। बदमाशों ने वहां मौजूद हथियारों से पुलिस पर फायरिंग कर दी। दोनों तरफ से हुई फायरिंग में 2 बदमाशों को गोली लगी। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। हालांकि ये दोनों गुर्गे पुलिस की गिरफ्तारी में ही थे।

कमिश्नरेट पुलिस की स्पेशल सैल की टीम हथियार बरामदगी के लिए उन्हें ले गई थी। जब पुलिस उन्हें जालंधर कैंट के नंगर करारखां गांव ले गई तो वहां छुपाए हथियार उठाते ही बदमाशों ने फायरिंग कर दी। क्रॉस फायरिंग में पुलिस ने दोनों बदमाशों के पैर में गोली मार दी।

➡️ Video देखें: नंगल के ड्राइवर युवक को मनाली में पहाड़ी से फैंका, मौत। इस Line को क्लिक कर Video देखें

बदमाशों से जर्मन मेड रिवॉल्वर और चाइनीज पिस्टल समेत 3 अवैध हथियार और कई कारतूस बरामद हुए हैं। आरोपियों पर पहले से ही रंगदारी, हत्या, आर्म्स एक्ट, एनडीपीएस और अन्य गंभीर मामले दर्ज हैं। पुलिस घटना में घायल आरोपियों को अस्पताल भेज रही है। फिलहाल घटना में किसी पुलिस कर्मी के घायल होने की सूचना नहीं है।

आरोपियों को पुलिस ने शुक्रवार 22 नवंबर को आदमपुर के पास से गिरफ्तार किया। बदमाशों की पहचान आदमपुर निवासी हरिंदर सिंह और जालंधर कैंट निवासी सुखमनजोत सिंह के रूप में हुई है।

पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने पुलिस को बताया था कि उन्होंने जालंधर कैंट के गांव नंगल करारखां में हथियार छिपा रखे हैं। जिन्हें जब्त करने के लिए ही पुलिस उन्हें लेकर आई थी। जब पुलिस ने उन्हें हथियार खोजकर लाने को कहा तो उन्होंने उन्हीं हथियारों से पुलिस पर फायरिंग कर दी। दोनों तरफ से कई राउंड फायरिंग हुई। दोनों बदमाश लंबे टाइम से लॉरेंस गैंग के लिए काम कर रहे हैं।

वहीं मुठभेड़ में जख्मी हुए दोनों बदमाशों को सिविल अस्पताल जालंधर भेजा गया है। मौके पर छानबीन के बाद पुलिस ने वहां से एक जर्मन मेड रिवॉल्वर, एक चाइना मेड पिस्टल और अन्य हथियार बरामद किए हैं। सभी हथियार लोडेड थे।

पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला कि दोनों बदमाशों ने अपने विरोधी गैंग से जुड़े 4-5 लोगों को निशाना बनाना था। उसी के लिए यह हथियार लाए गए थे। हालांकि उससे पहले वह पकड़े गए।